सिकंद्राबाद। ।भारत पुष्प/पवन शर्मा। सनातन धर्म के लोग गाय को गौमाता कहकर पुकारते है और गौमाता की पूजा अर्चना व सेवा करना पुण्य का कार्य बताया गया है क्योकि शास्त्रों मे बताया गया है की गाय के रोम-रोम में देवी देवताओ का वास होता है। ओर गाय का दूध खासतौर से नवजात बच्चों को व सभी बीमारों के लिए फायदेमंद होता है और इसके मल-मूत्र से औषधी भी तैयार की जाती हे जिन्हे हम लोग प्रयोग करते है इसलिए गाय की पूजा अर्चना व सेवा करना सबसे उत्तम बताया गया है। इसी कारण अष्टमी को गौमाता की सेवा करना उत्तम बताया गया है। भटपुरा रोड़ पर संचालित रघुनाथ गौशाला में बड़े धूमधाम से गोपाष्टमी मनाई गयी। इस कार्यक्रम का शुभारंभ हवन यज्ञ पूर्ण आहुती देकर आरती वंदन कर किया गया और उसके बाद स्थानीय व बाहर से आये श्रृद्धालुओ / गौभक्तों ने गौमाता को वस्त्र पहनाकर पूजा अर्चना कर हरा चारा, गुड़, खिल आदी का भोजन कराकर धर्म लाभ उठाया और भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया। गौ-सेवा में गोमाता की पूजा अर्चना पं रामबाबू मंहत भजनलाल मंदिर ने बड़े विधीविधान से करायी। इस व्यवस्था में गौशाला कार्यकारिणी एवं नगर के नागरिकों का विशेष योगदान रहा, जिसमें वैद्य बलराम दीक्षित, सुधीर कुमार जैन, अवधेश कुमार गोयल, प्रवीण गोयल, राधेश्याम मित्तल, प्रियंक मित्तल, अरुण कुमार बंसल, मनीष सिंघल, विभोर गुप्ता, दिनेश अग्रवाल, अरविंद गोयल, विशाल गोयल, संजीव जैन (मन्टू), सौरभ अग्रवाल, नवीन गोयल (एडवोकेट), पवन शर्मा, हिमांशु सैनी, हरिओम मित्तल, विशाल मित्तल, मोहित बंसल, नरेंद्र बंसल (बाबा), श्याम शर्मा, नरेश गुप्ता, अनिल मोघा, एस सी गर्ग, राधेश्याम गर्ग आदि का मुख्य सहयोग रहा।
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