सिकंद्राबाद। ।भारत पुष्प/पवन शर्मा। भारत विकास परिषद् संस्कार शाखा ने पांच दिवसीय ग्रीष्मकालीन बाल संस्कार शिविर का आयोजन किया। आयोजन महिला संयोजिका सुनीता सक्सेना के निवास स्थान पर किया गया। सुनीता सक्सेना ने बताया की विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सभी उपस्थित बच्चों को संस्कारीत किया गया है। जिसमें शिविर के प्रथम दिवस पर हनुमान चालीसा व देश भक्ति के गीतों का सामूहिक पाठ कराकर सभी बच्चों को धार्मिक व देश सेवा के प्रति अलख जगाने का कार्य किया गया। साथ ही सभी बच्चों राष्ट्र गान व राष्ट्र गीत की जानकारी देकर दोनों के मध्य का अन्तर भी समझाया गया। द्वितीय दिवस पर सभी उपस्थित बच्चों को गायत्री मंत्र व महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराया गया एवं इनकी महत्ता का वर्णन किया गया। प्रश्नमंच के अन्तर्गत बच्चों के प्रश्नों व उनकी विभिन्न जिज्ञासाओं का निराकरण किया गया। तृतीय दिवस पर बच्चों को बिना आग के व्यजनों जैसे कई लेयर का बर्गर, शिकंजी, आम पन्ना, स्क्वैश आदि बनाना सिखाया गया। साथ ही दादी व नानी के नुस्खों व जीवन मे रोगमुक्त रहने के हमें पालथी मारकर धरती पर बैठकर भोजन करना चाहिए, पानी व दूध बैठकर पीना चाहिए, पानी भोजन करने के 1 घण्टे बाद पीना चाहिए, भोजन साबुन से हाथ धोकर खाना चाहिए, स्वच्छता रखने आदि की विस्तृत जानकारी दी गई। गर्मी में गरिष्ठ भोजन व गर्म खाद्य एवं पेय पदार्थ का सेवन कम से कम करना चाहिए। चतुर्थ दिवस पर सिलाई केन्द्र पर बालिकाओं को गिफ्ट पैकिंग, महेंदी, क्राफ्ट, अपशिष्ट पदार्थ से साज़ सज्जा का सामान बनाने का प्रशिक्षण दिया गया व इस समान की बिक्री कर बालिकायें आर्थिक रूप से संबल हो सकें इसके लिए बिक्री करने के तरीके भी समझायें गए। पंचम दिवस पर सभी उपस्थित बच्चों को पर्यावरण संरक्षण व वृक्षों की उपयोगिता एवं महत्व के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई। घर में लगायें जाने वाले पोधों पर भी परिचर्चा की गई व घर पर बनी फुलवारी में रखें गए पोधों की साक्षात दर्शन करा कर बच्चों का ज्ञानवर्धक किया गया। शिविर में 40-50 बच्चों ने निरन्तर भागीदारी सुनिश्चित की। शिविर के पश्चात बच्चों को पुरस्कार भी वितरित किए गए। शिविर संयोजिका अंजू भटनागर व सहसंयोजिका रेखा बंसल की देखरेख में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में माधुरी गर्ग, सविता गुप्ता, सुनीता सक्सेना, रजनी बंसल व सुमन सैनी, कविता गोयल, वीएस सकसैना, विभोर गुप्ता, आरके गुप्ता आदि का विशेष सहयोग रहा।
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