खुर्जा भारत पुष्प। नगर के प्रसिद्ध श्री नवदुर्गा शक्ति मंदिर पर चल रही देवी भागवत के दौरान कथा व्यास द्वारा सुकन्या और च्वयन ऋषि की कथा का श्रवण बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया साथ ही कथा व्यास द्वारा माता रानी की अनेक कथाएं भक्तों को श्रवण कराई गई इसके अलावा कथा व्यास श्री विश्वक्सेना जी महाराज द्वारा महाराज परीक्षित की कथा भक्तों को सुनाई गई उन्होंने कथा के दौरान बताया की राजा परीक्षित की मृत्यु तक्षक सर्प के काटने से हुई थी इस कारण राजा परीक्षित के पुत्र जनमेजय सर्प वंश से नाराज हो गए और उन्होंने सर्प वंश का अंत करने के उद्देश्य से यज्ञ करना आरंभ कर दिया जिसके चलते सर्प खुद कर अपनी आहुति यज्ञ में देने लगे जिससे सर्प वंश के विनाश का खतरा पैदा हो गया तब ऋषि आस्तिक द्वारा जनमेजय को समझाया गया तथा यज्ञ को रोका गया कथा व्यास जी ने बताया की तभी से जो भी मनुष्य आस्तिक मुनि का नाम लेता है उसे सांपों से खतरा नहीं रहता है।

उन्होंने बताया की मां दुर्गा भोग और मोक्ष दोनों को प्रदान करती हैं जो भी व्यक्ति पूरे मन से माता रानी की सेवा करता है माता रानी उसकी हो जाती हैं और उसकी हर इच्छा को पूर्ण करती हैं इसीलिए मनुष्य को सदैव अच्छे कर्म करते हुए माता रानी की उपासना करते रहना चाहिए।

कथा के दौरान मुख्य यजमान के रूप में डॉक्टर शशी प्रभा त्यागी व सह यजमान के रूप में राजा गर्ग व अनुज बंसल मौजूद रहे कथा व्यास जी का माल्यार्पण सांसद प्रतिनिधि सत्य प्रकाश सिंह द्वारा किया गया कथा की व्यवस्था में मंदिर कमेटी के आजीवन सचिव रोहित अग्रवाल अनिल महाराजा अजय गर्ग एडवोकेट निमिष कुमार गर्ग एडवोकेट दो भू दत्त शर्मा अजीत मित्तल अनिल अग्रवाल दुष्यंत वर्मा डॉक्टर नरेश चंद्र शर्मा के अलावा मंदिर के मुख्य पुजारी नंदकिशोर शर्मा पंडित सुरेश कुमार पंडित कमराज ओझा व राजकुमार भारद्वाज आदि मौजूद रहे।

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