अनूपशहर। ।भारत पुष्प/ कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेला वर्ष 2025  को सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराए जाने के लिए मेले में कराई जाने वाली व्यवस्थाओं को समय से सुनिश्चित कराए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी श्रुति एवं एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने अधिकारियों के साथ अनूपशहर में गंगा पुल रेती में लगने वाले मेला स्थल का निरीक्षण करते हुए चल रही तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान निर्देशित किया गया कि स्नान के लिए चिन्हित स्थल को सुरक्षित रखा जाए। गहरे जल में किसी भी श्रद्धालु को नहीं जाने दे। जल में मजबूत बैरिकेटिंग कराई जाए। साथ ही स्थल के आसपास कैंप भी नहीं लगने दे। किसी को भी स्नान के लिए बेरिकेटिंग से आगे न जाने दिया जाए। स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आने जाने के मार्ग पृथक रखे। बनाए जा रहे खोया पाया केंद्र को क्रियाशील रखा जाए। सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरों को लगाकर कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग की जाए। महिलाओं के लिए पर्याप्त संख्या में कवर्ड चेंजिंग रूम बनाए जाए। मेले में प्रकाश, साफ सफाई, पेयजल आदि आवश्यक व्यवस्थाओं को भी कराये जाने के निर्देश दिये गए। मेले में लगने वाले कैंप को भी चयनित स्थलों पर ही लगवाया जाए। इसके उपरांत एलडीएवी इंटर कॉलेज में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में बैठक आहूत हुई। बैठक में नगर पालिका, सिंचाई, स्वास्थ्य, जल निगम, विद्युत, लोनिवि, खाद्य विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों से उनके द्वारा मेले में कराए जाने वाली व्यवस्थाओं की तैयारी के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी लेते हुए निर्देशित किया गया कि अधिकारी स्वयं मौके पर निरीक्षण करते हुए सुनिश्चित कराए कि कार्यों को अच्छी प्रकार से कराया गया है। किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुनिश्चित कराएं कि जिन कर्मचारियों की ड्यूटी मेले में लगाई है वह समय से उपस्थित होकर अपने कार्यों को संपादित करें। ईओ नगर पालिका को निर्देशित किया गया कि मेला क्षेत्र में साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित रखें इसके लिए रोस्टर बनाकर सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए। मेले को प्लास्टिक मुक्त कराने के लिए श्रद्धालुओ को प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए जागरूक करे। मेले में पॉलिथीन का प्रयोग निषेध रहेगा इसलिए सभी दुकानदारों लोगों को प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए  अवगत कराया जाए।

गंगा रेती में लगने वाले मेले में प्रकाश, पेयजल, शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। घाटों पर बैरिकेडिंग कराये जाने के साथ ही नाव, गोताखोरों की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। गंगा घाट पर बनाये जाने वाले अस्थाई चेंजिंग रूम को पूरी तरह से कवर्ड कराया जाए। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए कि मेले में निर्धारित घाटों, स्थानों पर एम्बुलेंस के साथ ही स्वास्थ्य टीम की तैनाती की जाएगी। खाद्य विभाग को निर्देशित किया गया कि मेले में बिक्री किए जाने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की टीम लगाकर जांच की जाए। विद्युत विभाग को निश्चित किया गया कि मेले में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने के साथ ही विद्युत के जर्जर तारों की मरम्मत कर ली जाए। अतिरिक्त ट्रांसफार्मर, जेनरेटर की उपलब्धता रखे। प्रकाश व्यवस्था के लिए लगाए जाने वाले खम्बो  को सुरक्षित रूप से कवर कराया जाए। लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि सड़कों के मरम्मत कार्य को कराया जाए। श्रद्धालुओं के आने जाने के लिए पर्याप्त संख्या में बसों के संचालन के लिए एआरएम रोडवेज को निर्देश दिए गए। सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि समय से सभी व्यवस्था को सुनिश्चित कराया जाए। उप जिलाधिकारी डिबाई द्वारा भी तहसील क्षेत्र में गंगा घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के गंगा स्नान करने के संबंध में जानकारी देने पर संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि ऐसे गंगा घाट स्थलों को चिन्हित करते हुए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करें। बैठक में एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से पूर्व वर्ष में मेले को सुरक्षित रूप से संपन्न कराया गया है उसी प्रकार से इस वर्ष भी व्यवस्था करते हुए सम्पन्न कराया जाए। मेले में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कर्मियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई जाए। मेला क्षेत्र में ड्रोन से भी निगरानी रखी जाए। सीसीटीवी कैमरे भी आवश्यकतानुसार लगवाए जाए। मेले में आने वाले लोगो के वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही खड़ा कराया जाए। यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए यह आवश्यक है कि मेले में आने वाले लोगों के वाहनों को निर्धारित पार्किंग में ही खड़ा कराया जाए। रूट डायवर्ट प्लान बनाकर वाहनों को डायवर्ट कराया जाए। मेला ड्यूटी में लगे पुलिस अधिकारी, कर्मचारी सजगता बनाए रखे। मेले में व्यवस्था बनाये रखने के लिए वॉलिंटियर्स भी बनाया जाए। पहचान के लिए उन्हें पहचान पत्र उपलब्ध कराए। गंगा के गहरे पानी में कोई श्रद्धालु न जाए इसके लिए बैरिकेडिंग के साथ-साथ संकेतक भी लगाया जाए। पूरे मेला क्षेत्र में नाव से गोताखोरों के माध्यम से निगरानी रखी जाए जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके। लाउडस्पीकर से भी निरंतर एनाउंसमेंट कराते रहे। मेले में शरारती तत्वों पर निगरानी रखते हुए कड़ी कार्यवाही की जाए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन प्रमोद कुमार पांडेय, उप जिलाधिकारी अनूपशहर प्रियंका, सीओ सहित सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

Loading

Spread the love

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *