अनूपशहर। ।भारत पुष्प। डीपीबीएस कॉलेज अनूपशहर में कॉमर्स विभाग व भारत स्काउट गाइड उप्र की रोवर रेंजर इकाई, उर्वी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में ” पेड़ लगाओ,पेड़ बचाओ, जीवन बचाओ ” विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर जीके सिंह ने कहा कि अगर देश का प्रत्येक व्यक्ति ‘वृक्षों को बचाओ, पौधों को लगाओ’ की पहल करे तो हमारे देश में प्राकृतिक परिवर्तन देखने को जरूर मिलेगा। क्योंकि वृक्ष ही हैं, जो बारिश को धरती पर लाने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, ये वृक्ष प्रत्येक व्यक्ति को, प्राण वायु देने में भी सहायक होते हैं।”जो पेड़ लगाता है, वह उम्मीद भी जगाता है”इसका पालन करें। रोवर अधिकारी डॉ तरुण श्रीवास्तव ने कहा कि एक आदमी एक दिन में इतनी ऑक्सीजन लेता है जितने में, 3 ऑक्सीजन के सिलेंडर भरे जा सकते हैं | एक ऑक्सीजन सिलेंडर की कीमत होती है 700रु. ! इस तरह हम देखते हैं कि एक आदमी एक दिन में 2100रु. (700X3) की ऑक्सीजन लेता है; और 1 साल में 766500 रु. की ! और अपने पूरे जीवन में – अगर आदमी कि उम्र 65 साल हो – लगभग, 5 करोड़ रु. की ऑक्सीजन लेता है ! जो कि पेड़-पौधों द्वारा हमे मुफ्त में मिलती है । डॉ भुबनेश कुमार ने कहा कि हर जीवित प्राणी को जीवित रहने के लिए भोजन, पानी और हवा की आवश्यकता होती है। इन तीनों बुनियादी आवश्यकताओं के उत्पादन में पेड़ बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डॉ पंकज गुप्ता ने कहा कि क्या आपने कभी पेड़ों के बिना पृथ्वी पर हमारे जीवन के बारे में सोचा है? बहुत ज्यादा मत सोचो क्योंकि अगर पेड़ नहीं होंगे तो कोई भी जीवन नहीं बचेगा। पेड़ पृथ्वी के कुल भूमि क्षेत्र का 31 प्रतिशत हिस्सा कवर करते हैं। पेड़ हमारे जीवन का सार हैं; पेड़ों को बचाने का मतलब है अपनी आत्मा को बचाना। डॉ विशाल शर्मा ने कहा कि वनों की कटाई की प्रथा को वनीकरण से बदलना सबसे महत्वपूर्ण पहल है जिसे हम प्रकृति को बचाने के लिए कर सकते हैं।लोग अपनी व्यक्तिगत ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पेड़ों के महत्व से जुड़े कई तथ्यों को जानबूझकर अनदेखा कर रहे हैं। आधुनिकीकरण और औद्योगीकरण की शुरुआत के साथ, प्रकृति के प्रति मनुष्य की चिंता कम हो गई है। वे पेड़ों को संसाधन के बजाय मानव विकास में बाधा के रूप में देखने लगे हैं। उर्वी फाउंडेशन के डायरेक्टर गीतम सिंह ने कहाकि अब समय आ गया है कि हम लोगों के दिमाग से इस तरह के पारंपरिक विचारों को खत्म करे। पेड़ मानवता के बहुत मददगार और उपयोगी मित्र हैं। वे सीवेज और रसायनों को छानकर मिट्टी को साफ करते हैं, ध्वनि प्रदूषण, वायु प्रदूषण को नियंत्रित करते हैं, अचानक बाढ़ को कम करते हैं, आदि। हमारे जीवन में पेड़ों के महत्व और मूल्य को देखते हुए, हमें जीवन और पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ों का सम्मान करना चाहिए और उन्हें बचाना चाहिए। इस अवसर पर समस्त शिक्षको, विद्यार्थियों ने पेड़ बचाने का संकल्प लिया।
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