सिकंद्राबाद। ।भारत पुष्प/पवन शर्मा। सनातन धर्म में इस कलयुग में उन सभी धार्मिक कार्यक्रमों में एक सर्वश्रेष्ठ धार्मिक आयोजन श्रीमद् भागवत कथा का रसास्वादन करना कराना बताया गया है और बताया जाता है की श्रीमद् भागवत कथा में सभी पुराणों की कथाओं जोडा़ गया है इसलिए सबसे उत्तम श्रीमद् भागवत कथा का रसास्वादन करना कराना बताया गया है। इसलिए जगह जगह श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होता रहता है।
उसी क्रम में मुहल्ला कायस्थबाडा़ में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण ने महारास लीला व कंस वध की कथा का रसास्वादन सरस कथावाचक ब्रजमोहन शास्त्री व उनके पुत्र सत्यम व शिवम् ने बड़े ही सुंदर व सादगी से कराते हुए बताया की हमेशा सत्य की ही जीत होती है सत्य बोलने वाले व सत्य के रास्ते पर चलने वाले भक्तो की कठीन परीक्षा भगवान लेते हैं। जैसे की भक्त प्रह्लाद, ध्रुव भक्त, राजा हरिशचंद्र, राजा दशरथ, राजा शिवी सभी ने परीक्षा दी थी। भक्तो ने कथा का रसास्वादन कर प्रसाद ग्रहण कर धर्म लाभ उठाया।