सिकंद्राबाद। ।भारत पुष्प/पवन शर्मा। वैश्य समाज के पूर्वज महाराजा अग्रसेन जी बताये जाते है इनके 18 वंशज यानी गोत्र हुए थे जिनके आधार पर आजकल वैश्य समाज के गौत्र चलते है। अग्रसेन सेवा समिति ने भजनलाल मंदिर में अपने पूर्वज महाराजा अग्रसेन की लीला के चरित्र चित्रण का नाटकीय रूपांतरण का कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक लक्ष्मीराज व संरक्षक रामप्रकाश सिंघल अशोक सिंघल, एनके बंसल ने महालक्ष्मी व अग्रसेन की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित कर किया। उसके बाद मुरादाबाद की कार्तिकेय संस्था के डा0 पंकज दर्पण अग्रवाल के नेतृत्व में महाराज अग्रसेन की लीला का मंचन बचपन से लेकर वृद्धाअवस्था तक के कार्यकाल का नाटकीय रुपांतरण पेश किया जिसमें दर्शाया गया की महाराज अग्रसेन जी के जन्म, शिक्षा ग्रहण, युवावस्था में भगवान कृष्ण का मार्गदर्शन, नागवंश के साथ दो संस्कृति के मिलन के साथ विवाह की रोचक गाथा बहुत ही दयावान व दानवीर थे ओर उनके कार्यकाल में कोई गरीब व दुखी नही था। इस बात को देखकर व सुनकर इंद्र महाराज बौखला उठे और उन्होने अग्रसेन महाराज की परीक्षा लेकर उनका धर्म भष्ट करने की सोची और देवी-देवताओ से राजा अग्रसेन जी की परीक्षा लेने का आग्रह किया मगर किसी भी देवी-देवताओ नें महाराज की परीक्षा लेने की हिम्मत नही की।
महाराजा अग्रसेन महाराज के 18 पुत्र/ वंशज हुए जो विभिन्न गोत्र के ऋषियों द्वारा शिक्षा ग्रहण कर चारो तरफ राज्य चलाने लगे यहा तक की लीला का रसास्वादन कर श्रृद्धालु मनमुग्ध हो उठे। अंत में महाराज अग्रसेन की आरती वंदन कर इस कार्यक्रम का समापन किया गया। इस मोके पर समिति की बेबसाइट का अपग्रेडेशन होने पर रिलांचिंग की गयी ओर अपग्रेडेशन की जानकारी देते हुए भव्य अग्रवाल ने जल्द ही समिती का यूट्यूब चैनल बनाने की जानकारी दी। इस मोके पर पंकज दर्पण अग्रवाल, ककोड़ चैयरमैन मोहित गोयल, ऊषा बंसल भव्य अग्रवाल के अलावा कलमकारो को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन राजेश अग्रवाल नें किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मोहनलाल गोयल,अशोक सिंघल,शिवप्रसाद काका, नितिन अग्रवाल, दीपक सिंघल, राजेश अग्रवाल, विभोर गुप्ता, पुनित चंद्रा,चंद्र प्रकाश बंसल, पीयूष गोयल, नवीन सिंघल, देंवाश अग्रवाल का सहयोग रहा।
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